परिश्रम ही सफलता की कुंजी है निबंध Hindi essay on parishram hi safalta ki kunji hai

hindi essay on parishram hi safalta ki kunji hai

दोस्तों आज की हमारी पोस्ट hindi essay on parishram hi safalta ki kunji hai है,दोस्तों जैसे की हम सभी जानते हैं कि आज हर इंसान अपने जीवन में सफल होना चाहता है और जीवन में सफल होने के लिए सबसे जरूरी है कि हम परिश्रम के महत्व को समझे परिश्रम ही सफलता की कुंजी है,अगर हम जीवन में परिश्रम करते हैं

parishram hi safalta ki kunji hai 
parishram hi safalta ki kunji hai

और सही दिशा में करते हैं तो हमें सफलता जरूर मिलती है जैसे कि हम यदि कहीं पर जाते हैं और किसी बस में सवार हो जाते हैं या फिर पैदल ही अपने लक्ष्य की ओर जाने लगते हैं तो जाहिर सी बात है हम वहां तक पहुंचेंगे जरूर,बस मार्ग सही होना चाहिए क्योंकि हम वहां तक पहुंचने के लिए चलने का प्रयत्न कर रहे हैं,इसी तरह जीवन में अगर सफल होना है तो परिश्रम सफलता की एक बहुत बड़ी कुंजी है.

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दोस्तों परिश्रम एकक्षेत्र में किया जाना चाहिए,जब एक इंसान जन्म लेता है तो उसको उसके मां-बाप स्कूल में दाखिला दिलवाते हैं वहां पर पढ़ाई करता है परिश्रम करता है और अच्छे नंबरों से पास हो जाता है और जीवन में एक अच्छा इंसान,साथ में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने लायक बनता है लेकिन यह सभी उसके परिश्रम पर निर्भर करता है.

अगर उसने परिश्रम ज्यादा किया हो तो वह जिंदगी में एक सफल इंसान बनेगा,अगर उसने अपने परिश्रम में कमी दिखाई तो वह जिंदगी में कुछ भी खास नहीं बन पाएगा क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है,इसके अलावा हम मान लेते हैं किसी बिजनेस में एक सफल बिजनेसमैन की,बिजनेसमैन बनने के लिए यह बहुत जरूरी है कि हम परिश्रम करें क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है,बहुत सारे बिजनेसमैन आज जीवन में अगर सफल हुए हैं तो कहीं ना कहीं सबसे बड़ा योगदान उनके परिश्रम का है.

आज बात करें हम उस महान बिजनेसमैन की जो दुनिया में भी नहीं है धीरुभाई अंबानी जी जिसने reliance जैसी एक बहुत बड़ी कंपनी बनाई थी और आज वह पूरी दुनिया में अपने कदम फैलाए हुए हैं आज भले ही वह इस दुनिया में नहीं है लेकिन धीरूभाई अंबानी जी ने अपनी लगातार किए हुए परिश्रम से इतनी बड़ी सफलता अर्जित कि है कि आज वह भलेही दुनिया में नहीं है फिर भी आज उनका नाम इस दुनिया में है क्योंकि उन्होंने परिश्रम किया था और परिश्रम का फल जरूर मिलता है क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है.

आज उनके लड़के मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी उनके परिश्रम का लाभ ले रहे हैं तो दोस्तों हम कह सकते हैं कि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है,आज हम किसी भी इंसान को देखें,चाहे धीरूभाई अंबानी जी को देखें,चाहे बिल गेट्स को देखें,चाहे एक महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को देखें,चाहे एक महान वैज्ञानिक थॉमस एडिसन को देखें हर इंसान आज एक सफल इंसान हैं तो कहीं ना कहीं इसमें उसके परिश्रम का फल है क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है और जो इंसान परिश्रम करता है,परिश्रम करने से कभी भी नहीं डरता है वह जिंदगी में एक बहुत बड़ा सफल इंसान बन जाता है.

दोस्तों अगर आपको भी सफल इंसान बनना है तो कभी भी परिश्रम करने से मत डरिए,दोस्तों बात करे हम सचिन तेंदुलकर की तो बहुत सी असफलताओं के बावजूद भी उसने परिश्रम करना नहीं छोड़ा और आज वह क्रिकेट का भगवान कहलाता है,बात करें हम थॉमस एडिसन की तो एक ऐसे महान इंसान हैं जिसने 9999 बार बल्ब का आविष्कार करने की कोशिश की लेकिन फिर भी बंद नहीं हुआ और फिर भी वह प्रयत्न करने से पीछे नहीं हठे और अगली बार जैसे ही उन्होंने परिश्रम किया तो वह बल्ब का आविष्कार कर पाए क्योंकि जो इंसान परिश्रम
करता है,उसकी कभी भी हार नहीं होती.

थॉमस एडिसन के जैसा वह कुछ ऐसा कर जाता है की ये दुनिया रहे या न रहे दुनिया में वोह रहे या ना रहे उसका नाम चारों ओर विराजमान होता है और दुनिया कभी भी उस को नहीं भूलती है क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है और जिसने परिश्रम करने से अपने पैर पीछे नहीं हटाए वह जीवन में एक बहुत सफल इंसान बन जाता है क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है.

दोस्तों अगर हम वाकई में परिश्रम करने से एक सफल इंसान बन सकते हैं तो ऐसा क्या है कि कुछ लोग परिश्रम करने से डरते हैं और वह सफल नहीं हो पाते,दोस्तों जब भी एक इंसान परिश्रम करता है तो उसे जरूरी नहीं कि सफलता ही मिले क्योंकि असफलता के पीछे ही सफलता है यानी जब एक इंसान परिश्रम करने के बावजूद हार का सामना करता है और फिर भी वह परिश्रम करता है तो उसको सफलता मिलती है,बल्कि मैं तो कहता हूं कि उसको एक बहुत बड़ी सफलता मिलती है जो वह भी हमेशा याद रखता है साथ में दुनिया भी हमेशा सफलता को याद रखती है.

इसलिए आप बार बार मिल रही असफलताओं को झेलना सीखिए उनका सामना करना सीखिए और फिर भी आप बार-बार परिश्रम कर रहे हैं तो आप जीवन में सफलता की ओर अग्रसर हो रहे हैं क्योंकि परिश्रम ही सफलता की कुंजी है,जो इंसान परेशान करता है वह इंसान दुनिया में वह कर सकता है जो शायद उसने कभी सोचा भी नहीं होगा दोस्तों अगर आपको भी जिंदगी में एक सफल इंसान बनना है तो परिश्रम करिए और जब आप परिश्रम करोगे तो आप एक बहुत बड़ी सफलता अर्जित करोगे.

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